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Delhi Liquor Policy: तेलंगाना के CM के चंद्रशेखर राव की बेटी को ईडी ने भेजा समन, दिल्ली शराब नीति मामले में होगी पूछताछ

भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पार्टी एमएलसी, 44 वर्षीय कविता को राष्ट्रीय राजधानी में संघीय एजेंसी के समक्ष 9 मार्च को पेश होने के लिए कहा गया है.

New Delhi: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता को दिल्ली आबकारी नीति में कथित अनियमितताओं से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में तलब किया है. भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) पार्टी एमएलसी, 44 वर्षीय कविता को राष्ट्रीय राजधानी में संघीय एजेंसी के समक्ष 9 मार्च को पेश होने के लिए कहा गया है. इस मामला में ईडी ने कविता के करीबी अरुण रामचंद्रन पिल्लई और सीए बुची बाबू को गिरफ्तार किया है.

ईडी ने पिल्लई की गिरफ्तारी यह दावा करते हुए की कि हैदराबाद के व्यवसायी ने ‘‘साउथ ग्रुप” से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) को पहुंचाने के वास्ते ‘‘साठगांठ” की. पिल्लई को ईडी ने सोमवार रात को गिरफ्तार किया था और उसे मंगलवार को एक अदालत में पेश किया गया. अदालत ने पिल्लई को 13 मार्च तक संघीय जांच एजेंसी की हिरासत में भेज दिया. ईडी द्वारा इस मामले में यह 11वीं गिरफ्तारी है.

ईडी ने दावा किया कि वह तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव की बेटी एवं विधान परिषद सदस्य के. कविता और अन्य से जुड़े कथित शराब कार्टल ‘साउथ ग्रुप’ का प्रतिनिधित्व करता है. वहीं कविता से सीबीआई ने पिछले साल दिसंबर में पूछताछ की थी.

यह समन दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया की केंद्रीय जांच ब्यूरो द्वारा इस मामले में गिरफ्तारी के बाद आया है. सिसोदिया को 26 फरवरी को आबकारी नीति के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं से संबंधित एक मामले की चल रही जांच में गिरफ्तार किया गया था. दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने उन्हें 20 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेजा है.

ऐसा आरोप है कि दिल्ली सरकार की शराब कारोबारियों को लाइसेंस देने के लिए 2021-22 की आबकारी नीति से उद्यमियों को साठगांठ करने का अवसर दिया गया तथा कुछ डीलरों को अनुचित लाभ पहुंचाया गया, जिन्होंने इसके लिए कथित तौर पर घूस दी. बहरहाल, आम आदमी पार्टी (आप) ने इस आरोप का जोरदार खंडन किया है. बाद में यह नीति रद्द कर दी गयी थी और दिल्ली के उपराज्यपाल ने सीबीआई जांच की सिफारिश की, जिसके बाद ईडी ने पीएमएलए के तहत आरोपियों के खिलाफ एक मामला दर्ज किया.

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